Wednesday 5 October 2016

आज का पंचांग*


««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.................5118
विक्रम संवत्...............2073
शक संवत्..................1938
मास.......................आश्विन
पक्ष...........................शुक्ल
तिथी.........................पंचमी
संध्या 05.32 पर्यंत पश्चात षष्ठी
रवि.....................दक्षिणायन
सूर्योदय...........06.20.07 पर
सूर्यास्त...........06.09.25 पर
तिथि स्वामी.................चन्द्र
नित्यदेवी.............निलपताका
नक्षत्र......................अनुराधा
प्रातः 11.40 पर्यंत पश्चात ज्येष्ठा
योग.....................आयुष्मान
संध्या 07.07 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण........................बालव
संध्या 05.32 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु...........................शरद
दिन.........................गुरुवार
 *आंग्ल मतानुसार* :-
06 अक्तूबर सन 2016 ईस्वी ।
⚜ *पंचमं स्कन्द मातापूजन (पंचम दिवस) :-*
*स्कन्द माता : मां दुर्गा का पांचवा स्वरूप :-*
नवरात्रि का पाँचवाँ दिन स्कंदमाता की उपासना का दिन होता है। मोक्ष के द्वार खोलने वाली स्कंद माता परम सुखदायी हैं। माँ अपने भक्तों की समस्त इच्छाओं की पूर्ति करती हैं। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय' नाम से भी जाने जाते हैं।
ये प्रसिद्ध देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार और शक्ति कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इन्हीं भगवान स्कंद की माता होने के कारण माँ दुर्गाजी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है।
‍ *राहुकाल* :-
दोपहर 01.42 से 03.10 तक ।
 *दिशाशूल* :-
दक्षिणदिशा -
यदि आवश्यक हो तो दही या जीरा का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
☸ शुभ अंक..................8
 शुभ रंग.................पीला
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 06.23 से 07.50 तक शुभ
प्रात: 10.46 से 12.14 तक चंचल
दोप. 12.14 से 01.42 तक लाभ
दोप. 01.42 से 03.10 तक अमृत
सायं 04.38 से 06.06 तक शुभ
सायं 06.06 से 07.38 तक अमृत
रात्रि 07.38 से 09.10 तक चंचल |
  *आज का मंत्र* :-
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया।
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
 *सुभाषितम्* :-
*अष्टादशोऽध्यायः - मोक्षसंन्यासयोग :-*
अनिष्टमिष्टं मिश्रं च
त्रिविधं कर्मणः फलम् ।
भवत्यत्यागिनां प्रेत्य
न तु संन्यासिनां क्वचित् ॥१८- १२॥
अर्थात :-
कर्मफल का त्याग न करने वाले मनुष्यों के कर्मों का तो अच्छा, बुरा और मिला हुआ- ऐसे तीन प्रकार का फल मरने के पश्चात अवश्य होता है, किन्तु कर्मफल का त्याग कर देने वाले मनुष्यों के कर्मों का फल किसी काल में भी नहीं होता॥12॥
 *आरोग्यं* :-
पंचम स्कंदमाता (अलसी) -
दुर्गा का पाँचवा रूप स्कंद माता है। इसे पार्वती एवं उमा भी कहते हैं। यह औषधि के रूप में अलसी के रूप में जानी जाती है। यह वात, पित्त, कफ, रोगों की नाशक औषधि है।
अलसी नीलपुष्पी पावर्तती स्यादुमा क्षुमा।
अलसी मधुरा तिक्ता स्त्रिग्धापाके कदुर्गरु:।।
उष्णा दृष शुकवातन्धी कफ पित्त विनाशिनी। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को स्कंदमाता की आराधना करना चाहिए।
⚜ *आज का राशिफल* :-
 *राशि फलादेश मेष* :-
सुखद भविष्य का स्वप्न साकार होगा। अर्थ संबंधी कार्यों में सफलता मिलने से हर्ष होगा। कार्य की गति बढ़ेगी। यात्रा सुखद, सुफलदायक रहेगी।
            
 *राशि फलादेश वृष* :-
संतान की तरक्की होगी। दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करें। कठिन कामों में सोच-समझकर ही हाथ डालें। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें।
             
 *राशि फलादेश मिथुन* :-
किसी विशेष कार्य के बन जाने से हर्ष होगा। रचनात्मक, व्यापारिक कार्यों से श्रीवृद्धि होगी। विचारों में सकारात्मकता व आशाजनक प्रवृत्ति रखें।
      
呂 *राशि फलादेश कर्क* :-
अच्छे लोगों से भेंट होगी, जो आपके हितचिंतक रहेंगे। क्रोध, उत्तेजना पर संयम रखें। किसी के भरोसे न रहकर अपना कार्य स्वयं कीजिए।
   
女 *राशि फलादेश सिंह* :-
रुका धन मिलेगा। महत्वपूर्ण कामों में हस्तक्षेप से नुकसान हो सकता है। परिवार में तनाव रहेगा। आर्थिक स्थिति कष्टकारी होगी।
         
 *राशि फलादेश कन्या* :-
नौकरी में पदोन्नति के योग हैं। आपको समाज, परिवार में प्रशंसा मिलेगी। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।
           
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
योजनाएं फलीभूत होंगी। व्यवसाय में उन्नति होगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से मेल-जोल बढ़ेगा।
  
廬 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
नवीन योजनाओं से लाभ होगा। आकस्मिक लाभ व निकटजनों की प्रगति से मन में प्रसन्नता रहेगी। कार्य में विलंब की आशंका है।
            
 *राशि फलादेश धनु* :-
धर्म में रुचि बढ़ेगी। सुसंगति से लाभ होगा। कार्य का विस्तार हो सकेगा। व्यापार अच्छा चलेगा। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।
              
 *राशि फलादेश मकर* :-
आय-व्यय बराबर होने के कारण आर्थिक योग मध्यम रहेगा। नए कार्यों के साथ जुड़ने का योग बनेगा। फालतू कामों में समय बर्बाद न करें।
                
 *राशि फलादेश कुंभ* :-
आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। किए गए कार्य फलीभूत होंगे। निर्णय लेने में विलंब न करें। प्रतिस्पर्धा में सफलता के योग हैं।
      
 *राशि फलादेश मीन* :-
मांगलिक आयोजनों में भाग लेंगे। महत्वपूर्ण विचार-विमर्श होंगे। आलस्य से बचकर सक्रिय हो जाना आपके लिए लाभप्रद रहेगा।
   
☯ आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।
।। *शुभम भवतु* ।

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