हिंदुस्तान को अंग्रेजी हुकूमत से आज़ादी मिले हुए लगभग 69 साल हो चुके हैं लेकिन इस देश में अभी भी कुछ निशान ऐसे हैं जो हमे याद दिलाते रहते हैं कि हम गुलाम थे l ये निशान आज भी हमारे सरकारी कामों और स्मारकों पर दिखाई पड़ते हैं l इस बीच किसी भी सरकार ने इन निशानों को हटाने का प्रयास ठीक तरीके से नही किया l सरकारें आती रही और जाती रही लेकिन गुलामी की याद दिलाने वाले निशान हमें रोज चिढ़ाते रहते हैं l कई बार मांग उठ चुकी है कि अगर हम आजाद भारत में हैं तो अंग्रेजों द्वारा दिए गये नामों और निशानों को आज तक क्यों इस्तेमाल कर रहे हैं l
जबकि हिंदुस्तान प्रगति कर रहा है, और आत्मनिर्भर है, लेकिन इन सबके बाद भी अंग्रेजों ने जो निशान यहाँ छोड़े हैं उसे हमारा देश आज तक बदल नही पाया है l स्थिति यह है कि काम हिंदुस्तान का होता है लेकिन उस काम पर मुहर अंग्रेजों की होती है, लेकिन अब मोदी सरकार इसको लेकर बदलाव करने जा रही है और अंग्रेजों द्वारा दिए गये नामों को बदलने की तैयारी में हैं l अब उन जगहों से अंग्रेजों की पहचान को हटाकर हिंदुस्तान की पहचान लगने वाली है l
मोदी सरकार करेगी बड़ा बदलाव
आज़ादी के इतने सालों के बाद भी कई जगह पर हम अंग्रेजों के दिए नाम और
निशानों का इस्तेमाल करते आ रहे हैं l अब भारतीय यात्री विमानों की ही बात
कर लीजिये, जिन पर अभी तक अंग्रेजों द्वारा दिए गये कोड ही लिखे होते हैं l
आज़ादी के बाद भी इस कोड को बदला नही गया है और आज भी भारतीय यात्री विमान
इस कोड के साथ ही उड़ान भरते हैं 1
दरअसल इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (ICAO) ने भारत को VT कोड दिया था, और उस वक्त भारत अंग्रेजों का गुलाम था l VT का मतलब होता है ‘Viceroy Territory’ जिसका मतलब है वायसरॉय के कब्जे वाली जगह l अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार हर विमान पर इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा दिए गये कोड अंकित होने चाहिए, जिससे पहचान की जा सके कि वो विमान किस देश का है l वैसे इस कोड में 5 अक्षर होते हैं, जिसके पहले दो अक्षर उस देश का कोड होता है और बाकी के तीन अक्षर उस विमान की कम्पनी के होते है l हैरानी की बात तो ये है कि देश को आजाद हुए इतने साल हो गये है लेकिन आज तक भारत अपनी इस गुलामी की निशानी को बदल नही पाया है l
कांग्रेस सरकार ने कोड ना बदलने पर दी थी ये सफाई
अंग्रेजों द्वारा दिए गये इस कोड को बदलने
के बारे में जब लोगों ने मांग उठाई तो ये मामला संसद में भी गूंजा और
कांग्रेस सरकार ने इस कोड को बदलने के लिए कोशिशें भी शुरू कर दी थी, लेकिन
कुछ खास सफलता नही मिली l दरअसल कांग्रेस सरकार VT की जगह BA(भारत) या
IN(इंडिया) कोड चाहती थी लेकिन B चीन के पास पहले से रजिस्टर्ड था और I
इटली के लिए l जिससे ये दोनों कोड भारत को नही मिल सके l इसके बाद उस वक्त
कांग्रेस सरकार में सिविल एविएशन मिनिस्टर प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि हमने
जिस कोड के लिए अप्लाई किया था वो कोड उपलब्ध नहीं होने के कारण भारत VT
कोड ही इस्तेमाल करेगा। अंग्रेजों ने जो कोड गुलाम भारत के लिए दिया था वो आजाद भारत आज तक
इस्तेमाल करता आ रहा है, लेकिन अब इस मामले में सरकार बड़ा फैसला लेते हुए
इसे बदलने की तैयारी शुरू कर रही है l
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